Why Virat Kohli Test Retirement: किंग कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को क्यों कहा अलविदा? जानें
Virat Kohli, जिन्हें “King Kohli” के नाम से जाना जाता है, ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा करके क्रिकेट जगत को चौंका दिया। 14 साल के शानदार टेस्ट करियर के बाद, कोहली ने इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल पोस्ट में लिखा, “It’s been 14 years since I first wore the baggy blue in Test cricket. Honestly, I never imagined the journey this format would take me on. It’s tested me, shaped me, and taught me lessons I’ll carry for life.” लेकिन सवाल यह है कि आखिर कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा क्यों कहा? आइए, इस SEO-friendly article में हम कोहली के रिटायरमेंट के पीछे के कारण, उनकी टेस्ट परफॉर्मेंस, और उनके इस फैसले के प्रभाव को HinEnglish में unique तरीके से explore करते हैं।

Virat Kohli का टेस्ट क्रिकेट में शानदार सफर
Virat Kohli ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। तब से लेकर 2025 तक, उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 सेंचुरी और 31 फिफ्टी शामिल हैं। उनका औसत 46.85 रहा, जो उन्हें भारत के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टेस्ट बल्लेबाज बनाता है, Sachin Tendulkar (15,921), Rahul Dravid (13,265), और Sunil Gavaskar (10,122) के बाद।
कोहली की टेस्ट परफॉर्मेंस: highs और lows
- Golden Period (2016-2019): यह कोहली का पीक टाइम था। 2016 में उन्होंने 75.93, 2017 में 75.64, 2018 में 55.08, और 2019 में 68.00 का औसत निकाला। इस दौरान उन्होंने 35 टेस्ट में 3,596 रन बनाए, जिसमें 14 सेंचुरी थीं। 2018 में इंग्लैंड दौरे पर 583 रन (59.30 औसत) और ऑस्ट्रेलिया में 7 सेंचुरी उनके करियर के हाईलाइट्स हैं।
- Captaincy में धमाल: कोहली ने 68 टेस्ट में भारत की कप्तानी की, जिसमें 40 जीत हासिल कीं—यह भारत का रिकॉर्ड है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती और ICC टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 रहा।
- Recent Struggles: 2020 के बाद कोहली की फॉर्म में गिरावट आई। पिछले 24 महीनों में उनका औसत 32.56 रहा। 2024-25 Border-Gavaskar Trophy में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने 5 टेस्ट में सिर्फ 190 रन बनाए, जिसमें पर्थ में एक सेंचुरी (100*) शामिल थी। उनके 10 में से 8 डिसमिसल स्लिप कॉर्डन में कैच आउट हुए, जो उनकी तकनीकी कमजोरी को दर्शाता है।
Virat Kohli ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट क्यों लिया?
कोहली के रिटायरमेंट के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं। आइए, इन्हें HinEnglish में समझते हैं:
- Form में गिरावट और तकनीकी कमजोरी: कोहली की हालिया परफॉर्मेंस, खासकर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर, निराशाजनक रही। ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों पर बार-बार आउट होना उनकी कमजोरी बन गया। शायद उन्होंने सोचा कि अब टेस्ट क्रिकेट में उनका बेस्ट देना मुश्किल है।
- ODI World Cup 2027 पर फोकस: कोहली ने कई बार 2027 ODI वर्ल्ड कप जीतने की इच्छा जताई है। 2023 वर्ल्ड कप फाइनल में हार उनके लिए बड़ा झटका थी। टेस्ट क्रिकेट छोड़कर वह अपनी फिटनेस और फॉर्म को ODI के लिए save करना चाहते होंगे।
- BCCI का स्टैंड और नई पीढ़ी को मौका: कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, BCCI ने कोहली को इंग्लैंड दौरे के लिए रुकने को कहा, लेकिन एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया कि BCCI ने उन्हें बताया कि वह अब टेस्ट टीम में फिट नहीं हैं। शायद कोहली ने नई पीढ़ी के लिए रास्ता खोलने का फैसला किया, खासकर जब Rohit Sharma और Ravichandran Ashwin भी रिटायर हो चुके हैं।
- पर्सनल लाइफ और फैमिली टाइम: कोहली, जो अब Anushka Sharma और अपने दो बच्चों के साथ ज्यादा समय बिताते हैं, ने रिटायरमेंट के बाद “a lot of travelling” की बात कही। UK में उनका दूसरा घर है, और वह अब क्रिकेट से ज्यादा फैमिली को प्राथमिकता दे सकते हैं।
- टेस्ट क्रिकेट का mentally draining नेचर: कोहली ने खुद कहा, “There’s something deeply personal about playing in whites. The quiet grind, the long days, the small moments that no one sees but that stay with you forever.” टेस्ट क्रिकेट की mentally और physically demanding nature शायद उनके लिए अब challenging हो गई थी।
Virat Kohli की टेस्ट लिगेसी: एक अनोखा chapter
कोहली सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के ambassador रहे। उनकी aggression, fitness culture, और overseas जीत ने भारतीय क्रिकेट को नया मुकाम दिया। Michael Vaughan ने कहा, “In my time playing and broadcasting, no individual has done as much for Test cricket as Virat Kohli.”
- Fab Four में जगह: Joe Root, Steve Smith, और Kane Williamson के साथ कोहली को modern era का बेस्ट बल्लेबाज माना जाता है। भले ही उनका average इन तीनों से कम हो, लेकिन उनकी intensity और leadership बेजोड़ थी।
- Records Galore: कोहली के 7 डबल सेंचुरी भारत के लिए सबसे ज्यादा हैं। कप्तान के तौर पर उनके 20 सेंचुरी भी रिकॉर्ड हैं।
- Inspiration for Next Gen: Sachin Tendulkar ने कहा, “Your true legacy, Virat, lies in inspiring countless young cricketers to pick up the sport.”
Kohli के रिटायरमेंट का भारतीय क्रिकेट पर असर
कोहली और रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद, भारत का मिडिल ऑर्डर अब KL Rahul, Shubman Gill, Yashasvi Jaiswal, और Rishabh Pant जैसे युवा खिलाड़ियों पर निर्भर होगा। Shubman Gill के कप्तान बनने की संभावना है, लेकिन कोहली की absence से अनुभव की कमी खलेगी।
क्या कोहली का फैसला सही था?
कुछ फैंस और एक्सपर्ट्स, जैसे Harbhajan Singh, ने उनके रिटायरमेंट के टाइमिंग पर सवाल उठाए। लेकिन कोहली का मानना था, “As I step away from this format, it’s not easy — but it feels right.” शायद यह उनके लिए mentally और emotionally सही समय था।
Conclusion: King Kohli का टेस्ट chapter खत्म, लेकिन legacy अमर
Virat Kohli का टेस्ट करियर एक ऐसी कहानी है, जो passion, struggle, और success से भरी है। 9,230 रन, 30 सेंचुरी, और 40 टेस्ट जीत के साथ, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। अब, ODI में 2027 वर्ल्ड कप उनका अगला टारगेट है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी कमी हमेशा खलेग